Aarti Kunj Bihari Ki Song Lyrics In Hindi From Aarti Vol.5, Song Has Sung By Hariharan, Lyrics Are Written By Traditional. Janmashtami Festival Is Still Being Celebrated In Many Parts Of The Country. On The Occasion Of Krishna Janmashtami, People Decorate The Palanquin Of Krishna In Temples And Homes Around Them And Duly Worship And Perform Aarti. Let's Know Lord Krishna's Aarti.
🎧 Aarti Kunj Bihari Ki Credits:
Song Title: Aarti Kunj Bihari Ki
Album: Aarti Vol.5
Singer: Hariharan
Lyrics: Traditional
Music Label: T-Series Bhakti Sagar
AARTI KUNJ BIHARI KI LYRICS IN HINDI
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला
गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली
लतन में ठाढ़े बनमाली भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक
चंद्र सी झलक, ललित छवि श्यामा प्यारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दर्शन को तरसैं ।
गगन सों सुमन रासि बरसै, बजे मुरचंग,
मधुर मिरदंग, ग्वालिनि संग ।
अतुल रति गोप कुमारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा ।
स्मरन ते होत मोह भंगा, बसी शिव सीस,
जटा के बीच, हरै अघ कीच, चरन छवि श्रीबनवारी की
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू
हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटत भव फंद ।
टेर सुन दीन दुखारी की
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
VIDEO OF AARTI KUNJ BIHARI KI SONG :
AARTI KUNJ BIHARI KI LYRICS IN ENGLISH
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Gale Mein Baijanti Mala, Bajavay Murli Madhur Bala
Shravan Mein Kundal Jhalkala, Nand Ke Anand Nandlala
Gagan Sam Ang Kaanti Kaali, Radhika Chamak Rahi Aali
Latan Mein Thade Banmaali Bhramar Si Alak, Kasturi Tilak
Chandra Si Jhalak, Lalit Chavi Shyama Pyaari Ki,
Shri Giridhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Kakanmay Mor Mukut Bilsay, Devta Darshan Ko Tarsay ।
Gagan So Suman Raasi Barsay, Baje Murchang,
Madhur Mirdang, Gwalini Sang ।
Atul Rati Gop Kumari Ki, Shri Giridhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Jahaan Te Prakat Bhyi Ganga, Sakal Man Harini Shri Ganga ।
Smran Te Hot Moh Bhanga, Basi Shiv Sees,
Jata Ke Beech, Harey Adh Keech, Charan Chavi Shri Banvaari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Chamakti Ujjwal Tat Renu, Baj Rahi Vrandavan Benu
Chhun Disi Gopi Gwaal Dhenu
Hasat Mridu Mand, Chandni Chand, Katat Bhav Fhand ।
Ter Sun Deen Dukhaari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunjbihari Ki
Shri Giridhar Krishna Murari Ki ॥
Aarti Kunj Bihari Ki FAQ
Q1. 'Kunj Bihari' कौन है?
'Kunj Bihari' भगवान कृष्ण का नाम है जो बांके बिहारी, गोपाल, मुरारी, नंदलाल, घनश्याम, गोविंदा, अच्युत और एक लोट मोर जैसे नामों से भी प्रसिद्ध है।
Q2. 'Kunj Bihari' का अर्थ क्या है?
'Kunj' पेड़ों से घिरे एक पिछवाड़े आर्बर को सुझाव देता है और 'Bihari’ सुझाव देता है कि कौन ऊर्जा के लिए प्रतिबद्ध है।
Q3. 'Kunj Bihari' की आरती का क्या महत्व है?
हिन्दू धर्म में इसका बड़ा महत्व है कृष्ण जन्माष्मी के अवसर पर लोग अपने आसपास के मंदिरों और घरों में कृष्ण की पालकी सजाते हैं और उनकी विधिवत पूजा अर्चना और उनकी आरती करते हैं और कहा जाता है कि कोई भी (पूजा / आरती) इस आरती के पाठ के बिना पूरी नहीं होती है।
Q4. 'Aarti Kunj Bihari Ki’ आरती किसने गाया है?
'Aarti Kunj Bihari Ki’ यह प्रसिद्ध आरती हरिहरन द्वारा गाया गया है।
Note:- हमारे हिन्दू धर्म में पूजा का बहुत ही महत्व होता है और पूजा के बाद आरती करना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि आरती के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। पूजा के अंत में, पूजा में किसी भी त्रुटि के लिए भगवान से क्षमा और आरती की जाती है। आरती के बाद ही पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है। जन्माष्टमी पर कुंजबिहारी की आरती का अपना महत्व है। भगवान श्री कृष्ण के साथ देवी राधा का यह आरती गीत वातावरण को आनंदित करता है। कुंज बिहारीजी की आरती शंख, घंटी और करतल बजाते हुए परिवार के साथ भक्ति के साथ गाई जाती है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर, लोग अपने आस-पास के मंदिरों और घरों में कृष्ण की पालकी सजाते हैं और उनकी विधिवत पूजा और आरती करते हैं। भगवान कृष्ण ने भी महाभारत के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने महाभारत के युद्ध में अर्जुन के सारथी की भूमिका निभाई। युद्ध में ही उन्होंने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। आज पूरी दुनिया गीता के उपदेशों को बहुत ध्यान से पढ़ती और समझती है।